शुक चैत १६ , १६ चैत्र २०८०, शुक्रबार| थारु संम्बत:२६४७

थारु समुदायमे नारीके भुमिका

थारु समुदायमे नारीके भुमिका

थारु समुदायमे नारी हुँकनके विशेस महत्व बा । नारी हुकनहे लक्ष्मीके रुपमे मान जाइठ । नारी हुँकरे समाजके नियम वा घर परिवारके पालनामे रठैं । समाजके कर्तव्य पुरा करठैं । नारी हुँकरे जैसिन समस्या परलसेफेन दुःख नुकाके बैठल रठैं । नारी हुकनहे बहुट जिम्मेवारी निर्वाह करे पर्ना रठिन ।

हमार थारु समाजमे महिला ओ पु्रुष छुटुयइठैं । महिलाहे शिक्षासे फेन बन्चीत करल रठैं । काहेकि हमार समाजमे महिला औरे घर जैना जात हुइटैं कैह्के हमार समाजमे महिला हुकनहे शिक्षासे बन्चीत करडेठैं । अस्टके पुरुष हुकनहे किल शिक्षा डेठैं । पुरुष हुँकरे अपन घर बैठना जात हुइटैं कैह्के पुरुष हुकनहे शिक्षा डेना करठैं । ओहे कारनसे हमार थारु समुदायमे महिला अभिनफेन पाछे परल बटैं । हमार थारु समुदायमे महिला हुकनहे संस्कारी बनैना सोचमे महिला हुकनहे बाहेर नैजाइ डेके, महिला हुकन हे पाछे परल बटैं । थारु महिला हुँकरे किल नाही सक्कु जातजातिनके महिला हुकनहे स्थानीय स्तरमे सामुहिक रुपमे जमात हुइना ओ सभामे उपस्थीती हुइना उत्साह जनक रठैं । अस्टेक स्थानीय स्तरमे उप्पर उठना अवसरमेफेन पाछे परल बटैं । संस्कारी महिला बनैना बाहानामे महिला हुकनहे सहनसिल ओ सम्बेदनशील बनैना कारनले महिला हुकनहे बाहेर नैजाइ डेके घरमे किल ढारके महिला हुकनहे बाहेरके वातावरणसे बन्चीत करले बटैं । हरेक बाटमे सहनशील होके महिला हुँकरे अपन जिम्मेवारी पुरा करल बटैं ।

हमार थारु समुदायमे महिला पतिब्रत हुइ परठ कना संस्कार महिला हुँकरे महिलाहे सिखैठैं । महिला हुकनहे अपन जिन्गीमे आइल समस्याहे समाधान कैके सहज रुपमे समना करटी अइटि बटैं । सामाजिक नियमसे बहुट कठिन परम्परा सिखाइल बा । अझकल नेपाल मुलुकि ऐनमे जहाँ महिलाके नाउँसे सन्तानके नागरिकता पैना ओ पैतृक सम्पत्तिमे छावा सरह छाइके अधिकार पैना कानुन आइलमे फेन एकठो महिला अपन जन्म घरहे चुनाबी क्षेत्र बनाके बाधा समस्या अइटि बा । राजनीतिमे फेन महिला हुँकरे प्रयोगमे आइल बटैं । महिला सहभागिताके नाउँमे ओ आन्दोलनके नाउँमे । तर राजनितिक अभियन्तामे जब अवसर पैना समय आइट टे अनेक ठाउँमे महिला मित्र अइलेसे अपन पत्ता साफ हुइना डरले महिलाके नाउँमे सिफारीस नैकरठैं । राजनीति कलक पेशा नाइ हो, सेवा हो । राजनीतिमे अटरा घन्टा, अटरा समय काम कर्ना, नैकर्ना कौनो ठेकान नैरहठ । ओ महिला हुकनहे बहुट जिम्मेवारीफेन निर्वाहा करे पर्ना रठिन । ओहे उचिट समय डेहे नैसेक्के महिला पाछे परल बटैं । अझकल समय बडलटी जाइटा । महिला हुकन ३३% सहभागीता राजनितिमे डेहे बा । पुरुषके डाँजोमे महिला हुँकरे पाछे परल जो हुइटैं l

बच्चा जन्मैना ओ हुरकैना प्रकृतिक एवम् समाजिक दायित्वहे समाज निर्माके महत्वपुर्ण प्रकृयाके रुपमे मुल्यांकन कर्ना परिपातिके सुरुवाट रलेसेफेन महिला प्रत्यक्ष प्रभाव करे नैसेकल हुइटैं । अपन दैनिक १८ घन्टा कर्ना काम फेन नैकरे सेक्के महिला अपन अधिकारके ओकालत कर्ना सक्षम बनैना आउर चुनौति बा । अझकलके महिलाहे समाजके हरेक तह ओ तप्कामे समान उपलब्धी चाहल बटिन । घरके भित्तर कर्ना कामके फेन उचित मुल्यांकन चाहल बटिन । हमार समाजमे महिला स्वयम् अपन परिवारके सदस्यसे पिडित बटैं । एकर उन्मुकटि पाइ नैसेकल हुइटैं । महिला अपनेहे अन्यायमे घोचपेंच हुइल अवस्थामे महिला हुँकरे राजनितिमे अपन उचित स्थान पैना वातावरण बनाइ नैसेकल हुइटैं ।

थारु समुदायमे आझ सम महिला उप्पर उठे नैसेकल हुइटैं । थारु समुदायके आझ नेपाली महिला राजनिति स्तन्त्रता पाइ नैसेकल हुइटैं । पहिले जनआन्दोलन महिलाके प्रत्यक्ष सहभागीतामे वृद्धि हुइलमे फेन समय अनुसार बौद्घिक सहभागीता ओ नेतृत्व निकायके लाग पहल डेखाइठ । महिला अग्रपंतिमे देखक लाग पारिवारीक, सामाजीक ओ राष्ट्रिय स्तरमे हौसला प्रदान कर्नामे थारु लगायत महिला हुँकरे राजनीतिके मुल धारमे समावेश कराइ सेकजाइठ । ओकर लाग कहिलाके उच्च शिक्षा पहुच पुगैना अनिर्वाय बा ।


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