शुक चैत १६ , १६ चैत्र २०८०, शुक्रबार| थारु संम्बत:२६४७

अस्टिम्कीमे मेरमेराइक टिना

अस्टिम्कीमे मेरमेराइक टिना

अस्टिम्कीमे मेरमेराइक टिना

संसार भर खुसी ओ उमंगके साथ अस्टिम्की मनैइना चलन पुर्वकालसे चल्टी आइल बा । अस्टिम्की भगवानके जन्म दिनके अवसरमे जलम हुइल दिन मनैना चलन बा । विश्वभर अस्टिम्कीहे एक विशेष टिहुवारके रुपमे मनैना चलन बा । यिहिहे अपन अपन ठाउँ, डेसके मनै अपन टरिकासे मनैना ओ चलन बा । हमार थारु समुदायमे अस्टिम्कीहे श्रीकृष्ण जन्मअष्टमीे फेनकना चलन बा । दिनभर एक बुंडा पानीफेें नैखाके दिन नैबुरट सम कुछ नैखैइना । जब साँझ हुइठ लाहाखोरके पुजापाठ करके अस्टिम्की टिकके मेरमेराइक परिकार खैना सुरु हुइठ । हलुवा, सक्कर, फलफुल, दुध आउर आउर फेन खैठैं । हमार समुदायमे अस्टिम्की टिहुवारमे मेरमेरकइ परिकार बनाके खैना चलन बा । खास खानपिन यी मेरिक बा ।

पुइँक् टिना
अस्टिम्कीमे खैना टिना मनसे पुइँक् टिनाहे विशेष मानजाइठ । पुइँक् टिना बिनाके अस्टिम्कीके अग्रासन अढुरा रहठ । पुइँक टिना अस्टिम्कीमे किल नै हमार थारुजातिनके डसिया टिहुवारमे डेउटन पुज्ना चलन बा । पुइँक् टिनाके हमार थारु समुदायमे बहुट भारी महत्व बटिस् । पहिलेसे चल्टी आइल पुर्खनके बनाइल रीतिरिवाज डेउटनहे पुज्ना चलनमे पुइँक् टिना एकडम जरुरी परठ । पुइँक टिनामे बहुट मेरके भिटामिन मिलठ । पुइँक् टिना बहुत फाइदा रहठ ।

मटरक गुडा
मटरक गुडाफें अस्टिम्कीके खैना टिनामेसे खास टिनामे परठ । अस्टिम्कीमे मटरक् गुडा टिना हुइ परना जरुरी रहठ । गुडा गेडागुडी अन्र्तगत परठ । गेडागुडी सरीरके लाग एकदम फाइदा करठ । गुडाहे ठाँउ अनुसारके मनै अपन अपन तरिकासे पकैठैं । ठाँउ अनुसार गुडाहे पुइँक सागमे मिलाके रिझाके खैना चलन बा ।

खँरिया
अस्टिम्की ओ अँट्वारीमे खँरिया टिना हुइ परना एकडम जरुरी रहठ । खास कैके यी डुनु टिहुवारमे खँरिया बनइना चलन बा । हमार पुर्खा ओइने पहिलेके समयसे खँरिया बनाके खाँइट् । इ परिकारहे कोइ खँरिया कहठ, कोइ पटुस्नी फेन कठैं । अपन अपन ठाँउमे फरक मेरके नाँउ लेना चलन बा । खँरियाके स्वाद बहुट मिठ रहठ ।

फुलौरी
फुलौरी परिकारहे फेन अस्टिम्कीमे टिनाके रुपमे खैना चलन बा । फुलौरीफें अस्टिम्कीके खास परिकारमे परठ । हमार थारु जातिनके कुछ टिहुवार खानपिन हुइटी किल फुलौरी बनाके खैना चलन बा । हमार थारु जातिनमे फुलौरी खास कैके गोहुँक् पिठक बनैठैं । फुलौरी गोहुँक् पिठा ओ नोन मिरचा, लसुन डारके पकाजाइठ् ।

खुरमा
अस्टिम्कीके टिनाटावनमेसे खुरमाफें परिकारमे परठ । हमार समुदायमे खुरमा खास कैके अस्टिम्की, अँट्वारीमे बनैठैं । खुरमाके टिनकोन्ना रहठ । खुरमाहे अपन अपन तरिकासे बनैठैं । कौइ गुरि डारके बनाइठ टे कौइ बिना गुरिक बनैठैं । खुरमा जौन पिठक फें बनइठैं । हमार समुदायमे खास कैके गोहँुक् पिठक् बनैठैं ।

सिढरक् टिना
अस्टिम्कीमे सिढरक् टिनाहे विशेष परिकारमे लेजाइठ । मांसाहारी मनै सिढरक् टिनाहे विशेष पकिारके रुपमे मन्ठैं । साकाहारी मनै सिढराक टिनाहे विशेष पिकारके रुपमे नैलेठैं । मांसाहारी मनैके लाग यी विशेष परिकार हुइन । सिढरा कोइ अपनिहि बनैले रठैं । कोइ बजार मसे किनके बनैले रठैं ।

गबडा टिना्
गबडा टिनामे बहुट ढेर भिटामिन मिलठ । गबडा सक्कुओर बाह्रोमास मिल्ना टिना हो । यी टिना सरीरके लाग बहुत फाइडा रहठ । औरे परिकार जस्टे गबडा टिनाफें अस्टिम्कीके लाग विशेष परिकार मान्जाइठ ।

अस्टिम्कीमे यी ७ मेरके परिकार खास रहठ । हमार थारु समुदायमे ७ पकिारसे फे ढेर परिकार फेन पाजाइठ । मने यी परिकारहे अस्टिम्कीके खास विशेष परिकारके रुपमे मन्ना चलन बा । अउरे परिकार जट्रा ढेर रलेसेफें अस्टिम्कीमे ७ मेराइक परिकार हुइना एकडम जरुरी रहठ । यी सात मेराइक परिकार बनाके अपन डिडि बहिनियनहे अग्रासनके रुपमे डेना चलन बा । अइसिके अस्टिम्कीमे खानपिन बनाजाइठ हमार थारु सम्दायमे ।
रेनुका चौधरी


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