बिफे अगहन ०६ , ६ मंसिर २०८१, बिहीबार| थारु संम्बत:२६४७

थारूनके डटकम काहे ?

सस्कृति बचईना बल्गर बेन्ह्वा

थारूनके डटकम हमार थारू संस्कृती हे अध्ययन अनुसन्धान कै के दस्ताबेजिकरन कर्ना यक्थाे बल्गर बेन्ह्वा बनैले बती । 

आपन पहिचानके लाग

थारू हुईटु कहिके गर्व कर्ना काैनाे आधार देखाईक लाग ।

वेव संग्राहलय

नुकल, लाेप हुईटि रहल तर टिहुवार, सर सामान ओस्तेके दैनिक जिवनमे प्रयाेग हुईना भाषा, कहकुत, गितबास हे वेब मे धरना माध्यम के रूपमे हेर्ले  बाती ।

थारू हस्तकला हे व्वयसायीक ओ विश्वव्यापी बजारीकरन कर्ना

हमार थारू जन्नी ओ थारू हुक्रनके बनाईल हस्तकला हे प्राेत्साहन कर्ति जिविकाेपार्जन मे सहयाेग पुगईना 


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