फागुन २९ गते कैलाली जिल्लामे रहल कैलाली जनपुस्तकालयके वाषिकोत्सव रहे । समारोहमे मैफे जैम कैह्के सोचले नैरहुँ । तर फे मै उ समारोहमे जैना मौका पैनु । मै उहाके कार्यक्रम मे एक बजके टिसि मिनेट होगैल रहे । मै जब कार्यक्रमके हलमे पुगनु टे भिट्टर मनै बहुट धेर रहिंट । मनमे एक मेरके महिन टे डर लागल् । एकचोट्टे सोच्नु कहाँ आगैनु कहिके । मनो मनैफे बहुत धेर रहै । बैठ्नाफे ठाउँ नैरहे । सबसे पाछे बैठना ठाउँ रहे । टो उहैं बैठे गैनु । मोर पुगलक कुछ समयमे कार्यक्रम फेनो सुरु होगैल । कार्यक्रमके संचालक उहे कैलाली पुस्तकालयके सचिव रहंै । कार्यक्रमके संचालक कलंै कार्यक्रम सुरु करे जैटी कार्यक्रम सुरु कैनासे आघे राष्ट्रिय
गान बजाके सुरु कैबी कलै टो हमरे अपन, अपन ठाउँसे उठली । सबजे उठ्ली राष्ट्रिय गान सुरु हुइल् । वहाँ टो तिनठो लौंडा उइने आइल रहिंट । उइने टो उ समयमे फोतो खिच्ना बोलना जसिन काम कैना । ओस्टे राष्टिय गान ओराके हमरे अपन, अपन ठाउँ मै बैठगैली । कार्यक्रमके संचालक कार्यक्रम आघे लैजाइ टहै ।
ओस्टेक साहितयकार हुकरे बहुत दुर दुरसे आइल रहै । किउँ साहित्यिक क्षेत्रसे,कोइ कबिता टो कोइ काव्यके क्षेत्रसे टो काइ सामाजिक क्षेत्रसे । ओस्टेक सक्क्कु क्षेत्र मनसे आइल रहै । कैलालीक् वार्षिक समारोहमे साहित्यिक क्षेत्रमे रहल सक्कु जहनसम कैना कार्यक्रम रहे । मनो महिनफे खुसी लागल् । बहुट प्रतिभा रहल मनैनसे भेटना मौका पैनु । गजलकार, मुक्तककार, कविता, कोनो खन्ड काव्यमे रहे टो कोनो महाकाव्य केउ समाज सेवामे कैसिक लागल बटैं कना मेरके बाट जन्ना अवसर मिलल । कार्यक्रममे नेपालके एकठो दोहोरी गैना मनैया आइल रहै । मनो दुइठो गानाफे गाके सुनैलै । ओसटके सम्मान कार्यक्रममे संचालक अतिथि हुकन फुलाके माला घलाके दोसल्ला ओर्हाके संगे सम्मान पत्रके साठ सम्मान कैलिन् । बिच्चे, बिच्चे अतिथि हुकनके मनतव्य सुन्ना मौका मिलल् । मन्तव्यमे उइने अपन जिवनकालमे कसिक यहाँसम पुगलै । उइनके जीवनीके बारेमसे बहुट कुछ सिख्ना मौका पैनु । महिन टो पटे नैरहे । कबिता कैसिक लिख्ना कहिकेफे जन्नु ।
ओस्टके सक्कु जाने अपन, अपन कविता सुनैलंै । कन्चनपुरसे कवि हुँकरेफे आइल रहिंट । बहुटत हँसैलै. । समाजसेवी उइनेफे कैसिन मेरके समस्या आइट । कैसिक हमरे सेवा डेहटी सक्कु बाट बटैलंै । मै टो बहुट बाट सिखना मौका पैनु । असिक सक्कुजे अपन अपन मन्तव्य ढारके सेकलै टो संचालकफे अपन कैलाली जनपुतकालयके छोट इतिहासके बारेम बटैलैं । सुदुरपश्चिम क्षेत्रके केन्द्र विन्दु धनगढीमे रहल् प्रादेशिक पुस्तकालयके रुपमे रहल यहे कैलाली जनपुस्तकालयके एकठो अपन लम्मा समयसे रहल इतिहास बोकले बा । कैलाली जनपुस्तकालय यहे क्षेत्रके शैक्षिक, साहित्यिक आउर सामाजिक उत्थानमे बहुत भारी योगदान डेटि आइल बाटैं । सुदुरपश्चिीमके जो सबसे पुरान सामुदायिक पुस्तकालयके रुपमे चिनजाइठ । कैलाली पुस्तकालयके स्थापना शिक्षाप्रमी, वुद्धिजिविहुकनसे २०१० सालमे स्थापना हुइल हो ।ओस्टेके कमलादेवि पुस्तकालय २०११ सालमे स्थापना हुइल रहे । जनता पुस्तकालय दुइठो पुसतकालय गाभके वि.स. २०१४ सालमे श्रीपन्चमीके दिन एक्केठोमे जोरके बनैलै । पुस्तकालयहे हेर्ठी कलेसे समाजके मेरुडन्ड आउर समाजके सामाजिक आउर ज्ञानके भन्डार हो । पुस्तकालयहे एक ओहोरसे हर्बो कलेसे सामाजिक चेतना, सामाजिक आउर ज्ञानके भन्डार हो ।
पुस्तकालयहे सामाजिक चेतना, बौद्धिकता, आउर ज्ञानहे बहरैटी लैजिनाके सँग समाजमे लावा लावा धारणाके सुरुवाट कैना ओसिन संस्था उइनके महत्वपुर्ण योगदान बटिन् । आझ कैलाली प्ुस्तकालय यहाँसम पुगनाके खास कारण समाजमे रहल बौद्धिक, शिक्षक, साहित्यिक, सामाजिक क्षेत्रमे रहल व्यक्ति उइने महत्वपूर्ण भूमिका रहल बटीन् ।
पुस्तकालयके मुख्य उदेश्य का बटिस कलेसे यहे क्षेत्रमे रहल शिक्षाप्रेमी पाठकहुकन धेरसे धेर सुचनाके सामग्री संचालन कैके सेवा देना हुइटिन । इ पुस्तकालय अपन सेवा सुविधा बहुतसे बहुत समयके संगे अपनेहे परिवर्तन कैके पाठक उइनके माग अनुसार आघे बर्हटा । विद्याके क्षेत्रमे हइल, भाषा हुइल, पत्रपत्रिका हुइल लगायट इन्टरनेटके सेवाफे प्रदान कैजाइठ । पुस्तकालयमे हाल २०००० (विस हजार ) सम, औरे भाषाके आउर विद्याके किताब, लगभग ६० सम औरे, औरे भाषाके स्थानीय आउर राष्ट्रिय, रोजके, साप्ताहिक, मासिक, पत्रिकाके संग इमेल आउर इन्टरनेट समेटके सुविधा पुस्तकालयमे मिलठ । कैलाली पुस्तकालयके अपन अलग्गे उदेश्य बटिस् ।
लावा, लावा आउर धेरसे धेर सुविधा कैके सेवा देना ओस्टेक स्थानीय गाउँ समाजमे आउर, आउर मेरके चेतनामुलक आउर प्रतिस्पधात्मक तालिम, सीप आउर प्रशिक्षण डेना ओस्टेक अउरे, अउरे भाषाभाषी आउर समुदायमे रहल् । साहित्यिक कृति संकलनन कैके उइनहे उठैना धेरसे धेर कोसिस कैना पुस्तकालयके एकठो सामाजिक आउर साहित्यिक संगह्रालयके रुपमे विकास कैना लक्ष्यके साठ बोकके नेंगटा । पुस्तकालयके सेवासे कोनोफे मनैं जे साहित्यमे रुचीसे अपन अनेकौं प्रतिभा ढर सेकना एकठो संग्रहालय हो । जेकर भिट्टर नुकल प्रतिभाहे अपन देशमे किल नै अउरे देशमेफे चिनाइ सेकजीना एकठो ठलो हो । स्कुल पहर्ना विद्यार्थी उइनके लागफे बहोत मजा ठाउँ हो । हाय जनपुस्तकालयके अपने उदेश्य बाटिस् । अपन उदेश्य पुरा करक लाग धेउरसे धेउर कार्यक्रम कैटी आइटैं । पुस्तकालयमे दैनिक हमरे हेरप कलेसे १०० ठोसम पाठक हुँकरे अइठैं । एकठो सामुदायिक पुस्तकालय हुइलक ओहोंरसे लगातार रुपमे समाजमे रहल बरिष्ठ हुकनसे संचालन कैगैल संस्था हो ।
ओकर संचालन आउर विकासमे सामाजिक व्यक्तित्व हुकनके महत्वपुण योगदान रहल बटिन् । इ संस्था समाजके मनैनके छानल कैके प्रबन्ध समिति हुकनसे संचालन कैजाइठ । पुस्तकालयमे आजीवन काम कैना मनै ६३३ जे बटै । कैलाली जनपुस्तकालय एकठो विशिष्ट पहिचान रहल संस्थाके रुपमे अपन पहिचान आघे बरहैले बा ।
धनगढी, कैलाली
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