मंगर चैत ०६ , ६ चैत्र २०८०, मंगलवार| थारु संम्बत:२६४७

मुस मर्ना तरिका

मुस मर्ना तरिका

मुस मर्ना तरिका

थारु समुदायमे मुस मर्ना चलन पुर्खौसे चल्टी आइल हो । मुसनके सिकार खैलेसे सरिरमे टागत आइठ । खैनामे फेन मिठ लागठ । मुसक् सिकार ओ लौका बरा मिल्ना टिना हो । कोइ दिन मुस मारेगैलेसे एक्ठो छोटमोट किल भेटैलेसेफें लौकामे मिलाके महा मिठ टिना बनठ् । मुस टमान मेरिक रठैं । छँपरकुड्डा मुस, बिलखोडुवा मुस, गोरनी मुस, खरकट्टी मुस, गाउँघरमे पल्ना मुस । मुसनके भुँर बरे जल्डि फुट्नाहा हुइलक ओरसे ओइनके घेंचा ओ पुँछि पकरके टाने परठ ।

मुस मर्ना बहुट तरिका बा । जस्टे मुस ओस्टे मर्ना तरिका बा । जस्टे बिलखोडुवा मुसन कोडराले कोरके, डँहकारके, ओडरा लगाके मारे सेकजाइठ । ओस्टके नेंगना घुमना मुसन, जटरी लगाके, डोंगठार लगाके, खप्का लगाके, छनकिया लगाके, फलियामे लासा लगाके ओ मुसनके खैना चिजमे बिरुवा डारके मारे सेक्जाइठ । अस्टके खरकट्टी मुस बाहेर ठाँठ बनाके रना हुइलेक ओरसे ओइनहे पक्रे पर्ना रहठ ओ ओइनके बच्चा बोलैलेसे अइठैं ओ ओइनहे पकरे सेकजाइठ । पालल मुसनके पुँछि नैरठिन ओइनहे घरेमे खोखरा बनाके पाले सेकजाइठ । मुस झरसनासे पहिले ओइनके भँुर फोरे रहठ । मुसक सिकार ढेर तरिकासे खाइ सेकजाइठ । जस्टेकि सजिल ओ हलि हुइना, मुसक पकुवा, चट्नी बनाइ सेकजाइठ । मुसक पकुवा, मुसक चट्नी ओ जाँरक मिझनि खोब गँठठ् कठैं थारु समुदायके मनैं । मुसक सिकार मिझनि किल नैहोके बिरुवा फेन हो । आझ मुसक सिकार थारु समुदायके मनै किल नाही औरे जे फेन खाइ लागल बटंै । मुसक सिकार थारु परिकार मध्य एक हो ।

मुस मर्ना १० तरिका
१ कोरके
२ ढँुगारके
३ पानी डारके
४ ओड्रा लगाके
५ जटरी लगाके
६ डोंगठार लगाके
७ खपक्का लगाके
७ छनकिया लगाके
९ लासाले
१० बिरुवाले

यी मेरमेराइ तरिकासे मुस मर्ना चलन बा थारु समुदायमे । मुस खइलक सिक्काल सेल रोग डेखा परठ कना चलन फें सुनमिलठ मने इ गलत बाट हो । मुस खैना स्वस्थ्य लाग फाइडा रहठ । एमने क्यालसियम ओ प्रोटिन फेन मिलठ ।
संगम चौधरी


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