मंगर बैशाख ११ , ११ बैशाख २०८१, मंगलवार| थारु संम्बत:२६४७

अपराधी करयइना एकठो जेल बनाउ सरकार

अपराधी करयइना एकठो जेल बनाउ सरकार

गजल

अपराधी करयइना एकठो जेल बनाउ सरकार ।
बल्गर जंजीर हटकरी ओ नेल बनाउ सरकार ।

बर्हिया मनैयाँ किल देशके अख्वरीया बनेसेकी,
प्रश्न पुछ्के नैजनुइयन भर फेल बनाउ सरकार ।

संविधान लेख्के हलहिल हाँठमे हाँठ मिलाकेफें,
हमार जनतनहे खुसी पर्ना खेल बनाउ सरकार ।

बहुत होगैल आनक देशके भरमे बाँचे पर्ना यहाँ,
सेकबो कलेसे अपने देशमे मट्टितेल बनाउ सरकार ।

भाइ फुटे गवाँर लुटे कहना कहकुट सुन्ले हुइबो,
जत्तिके सेकबो टे डाढु भइयक् मेल बनाउ सरकार ।

कैलारी ८ डख्खिन टेंह्री कैलाली


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