शनिच्चर सावन १२ , १२ श्रावण २०८१, शनिबार| थारु संम्बत:२६४७

सुटहीके परिचय ओ महत्व

सुटहीके परिचय ओ महत्व

सुटहीके परिचय ओ महत्व
सुटही थारुनके खैना खाना परिकार मध्य एक हो । सुटही थारुनके खाना मध्य लोकप्रिय टिना फेन मानजाइठ । सुटही कलेक शंखे किरा जस्टे हुइँट । यी चापर आकारके रठैं । यी तीन प्रकारके बा । जस्टे बर्का सुटही, मन्झला सुटही ओ छुट्की सुटही । यी सुटहीके खोक्टी टमान मेरके सामाग्री बनइना काममे प्रयोग करे सेक्जाइठ । सुटहीके खोक्टी प्रयोग कैके टमान मेरके समान बनाके व्यापार फेन करे लागल बटैं । सुटही लडियामे बलुहा ठाउँमे मिलठैं । सुटही बाँके, बर्दिया, कैलाली ओ कंचनपुरके थारु हुँकरे सुटहीके खोक्टीके टमान मेरके समान बनैना करठैं । सुटही हमार नेपालमे किल नाहि भारतके टमान बलुहा ठाउँमे फेन पाइसेक्जाइठ ।

सजावटके लाग प्रयोग
सुटही एक मेरके शंखे किरा जस्टे हुइँट् । यी चापर आकारके रठैं । सुटही मसे ढेर प्रोटिन मिलठ । सुटही थारुनके खैना परिकार मध्य टिनाके रुपमे फेन प्रयोग करठैं । सुटही तीन मेरके बटैं । बर्का सुटहीके खोक्टी घरके डुवारमे सोहगाट डेखाइक लाग टमान डिजाइनके बनाइ सेक्जाइठ् । ओस्टके मन्झाला सुटहीके फेन प्रयोग करल बटैं । छुट्की सुटहीके खोक्टी डेलुवा सजाइक लाग प्रयोग करे सेक्जाइठ ।

सुटहीके खोक्टी टमान मेरके कामके प्रयोग करे सेक्जाइठ । सुटहीके खोक्टी प्रयोग कैके टमान मेरके हस्टकला बनाइल बिल्गाइठ । ढकियामे सुटहीके प्रयोग कैके डेल्वा, पन्टोपना, मडेहनी, फेरवा आदि बनैठैं । भोजकाजमे फेन ढकियाहे सुटहीले सजाके अपन चेलीबेटीनहे डेल्वा डेना चलन फेन बा । टमान मेरके काममे फेन डेल्वासे स्वागत कर्ना चलन बा । जस्टे कौनो कार्यक्रम हुइल बेला ओ भोजकाजमे फेन डेल्वाले स्वागत कर्ना चलन बा ।

सुटही थारु समुदायके पहिचान ओ संस्कृति फेन हो । सुटही औषधिके रुपमे फेन प्रयोग करे सेक्जाइठ । सुटहीके खोक्टी पकाके बनाइल चुन घाउ खटिरा हुइलमे ओ चोटपटक लागल ठाउँमे सुुटहीहे औषधिके रुपमे प्रयोग फेन करे सेक्जाइठ । सुटही फेन मांसाहारी खानपिन अन्र्तगत परठ । सुटहीहे औषधिके रुपमे फेन प्रयोग हुइठ । सुटहीके प्रयोग कैके सजाइल डेल्वा थारु समुदायमे किल नैहोके टमान गैर थारु समुदायमे फेन लोकप्रिय हुइटिगैल बा । सुटहीसे सजाइल डेल्वा थारु समुदायमे पहिचान फेन करैले बा ।
रविता चौधरी


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